Intolerance Poems

Popular Intolerance Poems
तू कब तक यूँ सहेगी
by Muskan Sharma

तू कब तक यूँ सहेगी
तू कब तक यूँ सहेगी
तू कब तक यूँ चुप रहेगी
तू कब तक अपने आपको रोकेगी
तू कब तक यूँ सहेगी।

किसी का तुझको यूँ नीचा दिखाना
किसी का तुझपर यूँ हाथ उठाना
किसी का तुझे यूँ चुप करवाना
तू कब तक यूँ सहेगी।

......

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Recent Intolerance Poems
तू कब तक यूँ सहेगी
by Muskan Sharma

तू कब तक यूँ सहेगी
तू कब तक यूँ सहेगी
तू कब तक यूँ चुप रहेगी
तू कब तक अपने आपको रोकेगी
तू कब तक यूँ सहेगी।

किसी का तुझको यूँ नीचा दिखाना
किसी का तुझपर यूँ हाथ उठाना
किसी का तुझे यूँ चुप करवाना
तू कब तक यूँ सहेगी।

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